राष्ट्रीय किसान दिवस Rashtriy Kisan Divas
23 दिसंबर किसान दिवस 🌾*
National farmer day 23 December
*🌹 पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह // जयंती 🌹*
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह
जन्म : 23 दिसंबर 1902
मृत्यु : 29 मई 1987
पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन पर मनाया जाता है किसान दिवस। पूर्व पीएम ने किसानों के हित में उठाए थे कई कल्याणकारी कदम। 23 दिसंबर 1978 को किसान ट्रस्ट की हुई थी स्थापना।
23 दिसंबर को 'किसान दिवस' है, जो दर्शाता है भारत में किसानों के लिए एक खास दिन समर्पित है। देश में 23 दिसंबर को किसान दिवस के रूप में मनाया जाता है। क्योंकि अन्नदाता की वजह से ही देश कभी भूखा नहीं रहता।
किसानों के सम्मान और उनके प्रति अपना आभार प्रकट करने के लिए इस दिन को 'किसान दिवस' के रूप में मनाया जाता है। इस दिन का पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह से भी खास कनेक्शन है।
>> लागू की कल्याणकारी नीतियां <<
23 दिसंबर के ही दिन भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्म हुआ था, जिन्होंने किसानों के कल्याण और उनकी स्थितियों को सुधारने के लिए कई नीतियों की शुरुआत की थी। आपको बता दें कि चौधरी चरण सिंह 28 जुलाई 1979 और 14 जनवरी 1980 तक पांचवें प्रधानमंत्री के तौर पर देश की सेवा की।
>> किसानों के लिए किए कई काम <<
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के जन्मदिन को किसान दिवस के रूप में इसलिए मनाया जाता है क्योंकि उन्होंने किसानों के हित में कई कल्याणकारी काम किए। इसकी शुरुआत उन्होंने प्रधानमंत्री बनने से पहले ही कर दी थी।
चौरण चरण सिंह ने उठाए बड़े कदम :
- 1949 विधानसभा में कृषि उत्पादन बाजार विधेयक पेश किया
- 1952 में कृषि मंत्री के रूप में कार्य किया
- 1953 में जमींदारी प्रथा को समाप्त कर दिया
- 23 दिसंबर 1978 को किसान ट्रस्ट की स्थापना की
Rashtriy Kisan Divas National former de farmer day
>> लोगों को किया जाता है जागरूक <<
इस दिन किसान दिवस के रूप में मनाने के साथ ही राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में किसानों के महत्व के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है। किसानों और अर्थव्यवस्था में उनकी भूमिका के बारे में लोगों को शिक्षित किया जाता है। इसके लिए कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
राष्ट्रीय किसान दिवस (National Farmers' Day) हर साल 23 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिवस भारतीय किसानों के योगदान और उनकी मेहनत को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।
राष्ट्रीय किसान दिवस का इतिहास:
23 दिसंबर 1975 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह का जन्म हुआ था। वह एक किसान नेता और भारतीय किसानों के हितों के लिए लड़ने वाले एक महान नेता थे। उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय किसान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया था।
राष्ट्रीय किसान दिवस के फायदे:
1. किसानों को सम्मानित करना: यह दिवस किसानों के योगदान और उनकी मेहनत को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है।
2. किसानों की समस्याओं को उजागर करना: यह दिवस किसानों की समस्याओं को उजागर करने और उनके समाधान के लिए काम करने के लिए मनाया जाता है।
3. किसानों को प्रेरित करना: यह दिवस किसानों को प्रेरित करने और उन्हें अपने काम में और अधिक मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है।
4. कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देना: यह दिवस कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने और किसानों को नए तकनीकों और विधियों के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए मनाया जाता है।
राष्ट्रीय किसान दिवस के अवसर पर, सरकार और अन्य संगठन किसानों के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और योजनाओं का आयोजन करते हैं। इन कार्यक्रमों में किसानों को पुरस्कार देना, कृषि संबंधी जानकारी प्रदान करना, और किसानों की समस्याओं का समाधान करना शामिल है।
चौधरी चरण सिंह जी ने किसानों के लिए बहुत कुछ किया था। वह एक किसान नेता और भारतीय किसानों के हितों के लिए लड़ने वाले एक महान नेता थे। यहाँ कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जो उन्होंने किसानों के लिए की थीं:
1. *किसानों के अधिकारों की लड़ाई*: चौधरी चरण सिंह जी ने किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी और उनके हितों की रक्षा की।
2. *भूमि सुधार*: उन्होंने भूमि सुधार के लिए काम किया और किसानों को उनकी जमीन के अधिकार दिलाने के लिए लड़ाई लड़ी।
3. *कृषि कर्ज माफी*: चौधरी चरण सिंह जी ने किसानों के कृषि कर्ज को माफ करने के लिए काम किया।
4. *किसानों के लिए सब्सिडी*: उन्होंने किसानों के लिए सब्सिडी की व्यवस्था की, जिससे उन्हें खाद, बीज और अन्य कृषि सामग्री खरीदने में मदद मिली।
5. *कृषि शिक्षा और अनुसंधान*: चौधरी चरण सिंह जी ने कृषि शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए काम किया, जिससे किसानों को नई तकनीकों और विधियों के बारे में जानकारी मिल सके।
6. *किसानों के लिए बीमा*: उन्होंने किसानों के लिए बीमा की व्यवस्था की, जिससे उन्हें फसल की विफलता और अन्य जोखिमों से बचाव मिल सके।
7. *कृषि उत्पादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य*: चौधरी चरण सिंह जी ने कृषि उत्पादों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय करने के लिए काम किया, जिससे किसानों को अपने उत्पादों का उचित मूल्य मिल सके।
इन सभी कदमों से चौधरी चरण सिंह जी ने किसानों के जीवन में सुधार लाने और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
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